स्पीकर के नोटिस के खिलाफ HC पहुंचे सचिन पायलट, दिल्ली के बड़े वकील करेंगे बहस

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जयपुर/नई दिल्ली: राजस्थान में सियासी संग्राम जारी है. सचिन पायलट ने गुरुवार को राजस्थान हाई कोर्ट में विधानसभा स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी द्वारा उनके और 18 समर्थक विधायकों को जारी किए गए नोटिस के खिलाफ याचिका दायर कर दी है. सूत्रों के मुताबिक एडवोकेट हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी सचिन पायलट के लिए और स्पीकर की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंघवी बहस कर सकते हैं.
बता दें कि सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों के खिलाफ पार्टी व्हिप की अवेहलना करने पर नोटिस जारी किया गया है. पार्टी व्हिप की अवेहलना साबित होने पर बागियों की सदस्यता रद्द हो सकती है. हालांकि कांग्रेस विधायक दल की बैठक विधानसभा के बाहर हुई थी.
इससे पहले बुधवार को राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, “सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों को विधायक दल की मीटिंग में नहीं आने के कारण नोटिस जारी किया गया. अगर वो शुक्रवार तक नोटिस का जवाब नहीं देते तो ये माना जाएगा कि वो कांग्रेस विधायक दल से अपनी सदस्यता वापस ले रहे हैं.”
इन विधायकों को जारी हुआ नोटिस
सचिन पायलट के अलावा विधायक विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, मुरारीलाल मीणा, हरीश मीणा, जीआर खटाणा, सुरेश मोदी, इंद्राज गुर्जर, राकेश पारीक, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, वेद प्रकाश सोलंकी, बृजेंद्र ओला, दीपेंद्र सिंह शेखावत, अमर सिंह जाटव को विधानसभा स्पीकर ने नोटिस जारी किया गया है. मंगलवार को कांग्रेस से बगावत करने वाले सचिन पायलट को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और डिप्टी सीएम का पद भी छीन लिया गया. उनके दो समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था.
बीजेपी में शामिल नहीं होंगे पायलट
हालांकि पहले सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन उन्होंने बुधवार को इससे साफ इनकार कर दिया. पायलट ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा कि वो बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं. सचिन पायलट ने कहा, ‘राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए बहुत काम किया पर मैं बीजेपी में शामिल नहीं होऊंगा.’
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